सिसु के अंनुसंधान-कार्य पर एक नज़र

विचारों को आकार देना

चीन से बाहर की दुनिया का परिचय करना औरबाहर की दुनिया से चीन का परिचय करनासिसु के दोहरे कर्तव्य हैं। अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए सिसु ने चीन के भाषा अनुसंधान और कूटनीति अंनुसंधान में अद्वितीय प्रतिष्ठा हासिल कर ली है।

बहु-भाषा कार्यक्रमों और बहु-विषय संसाधनों को अपना आधार बनाकर देश की राष्ट्रीय और क्षेत्रीय रणनीतियों की सेवा करते हुए हम पचास से अधिक अनुसंधान संस्थान या केंद्र संचालित करते हैं और वे अकादमिक थिंक टैंकों के रूप में भाषा नीतियों, कूटनीतिक रणनीतियों और वैश्विक जनमत आदि क्षेत्रों में सलाहकार सेवाएं प्रदान करते हैं। इन अकादमिक संस्थाओं ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है और वे चीन के सामाजिक विज्ञान के विकास को और आगे बढ़ाने के लिए समर्पित हैं।

हाल के वर्षों में हम ने क्षेत्रीय अध्ययन और देश विशेष अध्ययन पर ध्यान केंद्रित किया हैं। शिक्षा मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित हमारे तीन प्रतिष्ठित अनुसंधान केंद्र यानी रूसी अध्ययन केंद्र, यूरोपीय संघ अध्ययन केंद्र, ब्रिटिश अध्ययन केंद्र चीन के कूटनीतिक निर्णयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

हम अकादमिक स्वतंत्रता की वकालत करते हैं और अंनुसंधान-कर्ताओं को नये विचार प्रस्तुत करने के लिए प्रोत्साहन देते हैं। हमारे अधिकांश शिक्षक न सिर्फ छात्रों को पढ़ानेवाले हैं बल्कि श्रेष्ठ अंनुसंधान-कर्ता भी हैं। वे अपने अपने क्षेत्र में खोजते रहते हैं और लगातार ज्ञान की सीमाओं का विस्तार करते हैं और नई नई जानकारियों और नये नये विचारों को अपने अध्यापन-कार्य में डालते हैं।

हमारे पूर्वस्नातक छात्रों को सक्रिय रूप से अनुसंधान परियोजनाओं में लगने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। अपने छात्रों को पुस्तक पढ़ने और अध्ययन करने के लिये प्रत्साहन देने के उद्देश्य से हम कुलपति पठन पुरस्कार परियोजना के तहत वार्षिक गतिविधियां आयोजित करते हैं। इस आयोजन के मुख्य कार्यक्रमों में थीसिस लिखना और थीसिस की रक्षा करना शामिल हैं और इस आयोजन से हमारे अन्य कार्यक्रमों को गति मिलती है, जैसे रीडिंग क्लब,  नये छात्रों का पुस्ताक तख्ता, सिसु लेक्चर शृंखला और नाना प्रकार की संगोष्ठियां। इन सभी गतिविधियों की सहायता से हमारे छात्रों को अध्ययन करने की अच्छी आदत पड़ सकती है।

हमारे ग्रेजुएट स्कूल द्वारा नियमित रूप से आयोजित स्नातकोत्तर छात्र संगोष्ठी अकादमिक आदान-प्रदान का एक प्रभावशाली मंच मानी जाती है। इस संगोष्ठी में पेश किये गेय श्रेष्ठ थीसिस वार्षिक निबंध संग्रह विदेशी भाषा और सांस्कृतिक अध्ययन में संग्रहित हैं और यह चीन में इस तरह स्नातकोत्तर छात्रों की अकादमिक क्षमता प्रदर्शित करने की पहली कोशश है। इसके अतिरिक्त हमारे ग्रेजुएट स्कूल की ओर से आयोजित डाक्टरेट छात्र सलोन भी विभिन्न अकादमिक दृष्टिकोणों का आदान-प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण मंच बनता जा रहा है।

साझा करें: